Shiv Tandav Lyrics शिव तांडव लिरिक्स | Shiv Tandav Lyrics in Hindi | Shiv Tandav Stotram

भगवान शिव, हिन्दू धर्म के महादेव, विश्व के सर्वोच्च देवता में से एक हैं। उनके महाकाव्य ‘शिव तांडव स्तोत्र’ के बोल, जिन्हें (Shiv Tandav Lyrics) ‘शिव तांडव लिरिक्स ‘ के रूप में जाना जाता है, उनमें एक अत्यधिक गाहा और आध्यात्मिक महत्त्व छिपा होता है। इस लेख में, हम इस महाकाव्य के बारे में विस्तार से जानेंगे, और इसके अर्थ और महत्त्व को समझेंगे।

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शिव तांडव (Shiv Tandav) का महत्व

‘शिव तांडव स्तोत्र’ Shiv tandav stotram महाकाव्य का लेखक रावण थे, और यह महाकाव्य भगवान शिव की महिमा का गुणगान करता है। इसमें भगवान शिव के विभिन्न रूपों और क्रियाओं का वर्णन किया गया है, और यह एक प्राचीन धार्मिक ग्रंथ के रूप में महत्त्वपूर्ण है।

(Tandav)तांडव का अर्थ

‘तांडव’ शब्द का अर्थ होता है “आत्मा की उत्तेजना और उत्साह से होने वाला नृत्य”। शिव तांडव नृत्य का वर्णन भगवान शिव के विशेष नृत्य के रूप में किया जाता है, जिसमें वे अपने अद्वितीय गुणों के साथ सामर्थ्य का प्रदर्शन करते हैं।

तांडव(Tandav) के प्रकार

तांडव के दो प्रमुख प्रकार होते हैं: अनुपम तांडव और उमापति तांडव। अनुपम तांडव में भगवान शिव की आत्मगति का वर्णन होता है, जबकि उमापति तांडव में वे अपनी पत्नी, देवी उमा (पार्वती) के साथ नृत्य करते हैं।

शिव तांडव लिरिक्स (Shiv Tandav Lyrics) का महत्व

‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) विचारशीलता और भक्ति के साथ भगवान शिव की पूजा का अद्वितीय तरीका प्रस्तुत करते हैं। इन लिरिक्स में भगवान के महत्त्वपूर्ण गुणों और क्रियाओं की महिमा गाई जाती है, और यह भगवान शिव के आदित्य रूप के साथ जुड़े होते हैं।

‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) के अनुष्ठान

‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का पाठ करने से भक्त अपने मानसिक और आत्मिक स्थिति को सुधार सकते हैं। इसका पाठ करने से ध्यान और शांति की अद्भुत अनुभूति होती है और यह व्यक्ति को स्वयं में एकता और भगवान के प्रति प्रेम की भावना पैदा करता है।

शिव तांडव (Shiv Tandav)का वर्णन

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) में भगवान शिव के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है, जैसे कि नीलकंठ, गंगाधर, अर्धनारीश्वर, और मृत्युंजय। इन लिरिक्स के माध्यम से उनके दिव्य और अद्वितीय रूप का वर्णन किया गया है, जो उनके भक्तों के द्वारा पूजे जाते हैं।

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) का अर्थ

इन (Shiv Tandav Lyrics) लिरिक्स में भगवान शिव के दिव्य गुण और अद्वितीयता का वर्णन होता है, जिनमें वे भगवान शिव की महिमा के साथ एक अद्वितीय दृष्टिकोण को प्रस्तुत करते हैं। यह लिरिक्स भगवान के भक्तों के लिए एक महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं जो उनके आत्मिक और धार्मिक विकास को सहायक हो सकते हैं।

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics)

शिव ताण्डव स्तोत्र
जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌।
डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयं
चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ॥1॥

जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी ।
विलोलवी चिवल्लरी विराजमानमूर्धनि ।
धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावके
किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ॥2॥

धरा धरेंद्र नंदिनी विलास बंधुवंधुर-
स्फुरदृगंत संतति प्रमोद मानमानसे ।
कृपाकटा क्षधारणी निरुद्धदुर्धरापदि
कवचिद्विगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥3॥

जटा भुजं गपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा-
कदंबकुंकुम द्रवप्रलिप्त दिग्वधूमुखे ।
मदांध सिंधु रस्फुरत्वगुत्तरीयमेदुरे
मनो विनोदद्भुतं बिंभर्तु भूतभर्तरि ॥4॥

सहस्र लोचन प्रभृत्य शेषलेखशेखर-
प्रसून धूलिधोरणी विधूसरांघ्रिपीठभूः ।
भुजंगराज मालया निबद्धजाटजूटकः
श्रिये चिराय जायतां चकोर बंधुशेखरः ॥5॥

ललाट चत्वरज्वलद्धनंजयस्फुरिगभा-
निपीतपंचसायकं निमन्निलिंपनायम्‌ ।
सुधा मयुख लेखया विराजमानशेखरं
महा कपालि संपदे शिरोजयालमस्तू नः ॥6॥

कराल भाल पट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वल-
द्धनंजया धरीकृतप्रचंडपंचसायके ।
धराधरेंद्र नंदिनी कुचाग्रचित्रपत्रक-
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने मतिर्मम ॥7॥

नवीन मेघ मंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर-
त्कुहु निशीथिनीतमः प्रबंधबंधुकंधरः ।
निलिम्पनिर्झरि धरस्तनोतु कृत्ति सिंधुरः
कलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरः ॥8॥

प्रफुल्ल नील पंकज प्रपंचकालिमच्छटा-
विडंबि कंठकंध रारुचि प्रबंधकंधरम्‌
स्मरच्छिदं पुरच्छिंद भवच्छिदं मखच्छिदं
गजच्छिदांधकच्छिदं तमंतकच्छिदं भजे ॥9॥

अगर्वसर्वमंगला कलाकदम्बमंजरी-
रसप्रवाह माधुरी विजृंभणा मधुव्रतम्‌ ।
स्मरांतकं पुरातकं भावंतकं मखांतकं
गजांतकांधकांतकं तमंतकांतकं भजे ॥10॥

जयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद्भुजंगमस्फुर-
द्धगद्धगद्वि निर्गमत्कराल भाल हव्यवाट्-
धिमिद्धिमिद्धिमि नन्मृदंगतुंगमंगल-
ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्ड ताण्डवः शिवः ॥11॥

दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजंग मौक्तिकमस्रजो-
र्गरिष्ठरत्नलोष्टयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः ।
तृणारविंदचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः
समं प्रवर्तयन्मनः कदा सदाशिवं भजे ॥12॥

कदा निलिंपनिर्झरी निकुजकोटरे वसन्‌
विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्‌।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः
शिवेति मंत्रमुच्चरन्‌कदा सुखी भवाम्यहम्‌॥13॥

निलिम्प नाथनागरी कदम्ब मौलमल्लिका-
निगुम्फनिर्भक्षरन्म धूष्णिकामनोहरः ।
तनोतु नो मनोमुदं विनोदिनींमहनिशं
परिश्रय परं पदं तदंगजत्विषां चयः ॥14॥

प्रचण्ड वाडवानल प्रभाशुभप्रचारणी
महाष्टसिद्धिकामिनी जनावहूत जल्पना ।
विमुक्त वाम लोचनो विवाहकालिकध्वनिः
शिवेति मन्त्रभूषगो जगज्जयाय जायताम्‌ ॥15॥

इमं हि नित्यमेव मुक्तमुक्तमोत्तम स्तवं
पठन्स्मरन्‌ ब्रुवन्नरो विशुद्धमेति संततम्‌।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नांयथा गतिं
विमोहनं हि देहना तु शंकरस्य चिंतनम ॥16॥

पूजाऽवसानसमये दशवक्रत्रगीतं
यः शम्भूपूजनमिदं पठति प्रदोषे ।
तस्य स्थिरां रथगजेंद्रतुरंगयुक्तां
लक्ष्मी सदैव सुमुखीं प्रददाति शम्भुः ॥17॥
॥ इति शिव ताण्डव स्तोत्रं संपूर्णम्‌॥

निष्कर्षण

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) भगवान शिव के महात्म्य की महत्त्वपूर्ण रूप से रूपरेखा करते हैं और भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ के रूप में महत्त्वपूर्ण हैं। इन लिरिक्स का पाठ करने से भक्त अपने मानसिक और आत्मिक विकास में सहायक हो सकते हैं, और भगवान शिव के प्रति उनकी भावनाओं को गहराई से महसूस कर सकते हैं।

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अनूढ़ प्रश्न

1. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) को समझने के लिए संस्कृत ज्ञान की आवश्यकता है?

नहीं, आप ‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) के अर्थ को अपनी भाषा में समझ सकते हैं, और इसका आध्यात्मिक महत्त्व समझ सकते हैं।

2. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का पाठ करने से मेरे जीवन में कोई सकारात्मक परिवर्तन होगा?

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) का पाठ करने से आपके मानसिक और आत्मिक स्थिति में सुधार हो सकता है, और यह आपको ध्यान और शांति की अनुभूति दिला सकता है।

3. कैसे ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का पाठ किया जाता है?

आप ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) को पाठ करने के लिए इसके लिरिक्स को पढ़ सकते हैं या उन्हें सुन सकते हैं। यह ध्यानपूर्वक और भक्तिपूर्ण भावना के साथ किया जाना चाहिए।

4. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का पाठ हर किसी के लिए उपयोगी है?

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) का पाठ हर किसी के लिए उपयोगी हो सकता है, खासकर जिन्हें भगवान शिव के प्रति भक्ति है और वे अपने आत्मिक विकास को सहायक बनाना चाहते हैं।

5. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का कोई विशेष महत्व है?

‘शिव तांडव लिरिक्स’ (Shiv Tandav Lyrics) भगवान शिव के महात्म्य को स्मरण करने और उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा का स्रोत है, इसलिए इसका अद्वितीय महत्व है।

इस बिना सोचे समझे की जिए, भगवान शिव के महात्म्य को समझने और उनकी पूजा करने का एक अद्वितीय तरीका। यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं, तो इस महाकाव्य का आनंद लें और अपने आत्मिक विकास को साथ ले जाएं।

अंत में

इस लेख में हमने ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) के महत्व को समझाया है और इसके आध्यात्मिक महत्व को बताया है। यह लेख भगवान शिव के महाकाव्य की महिमा को समझने और प्रस्तुत करने का प्रयास करता है, और उनके भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में कार्य कर सकता है।

5 अद्वितीय प्रश्न

1. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का पाठ संजीवनी लाभ प्रदान कर सकता है?

2. क्या इस महाकाव्य को साधना से किसी का मानसिक स्वास्थ्य सुधर सकता है?

3. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) के पाठ का कोई विशेष विधि होती है?

4. क्या इस महाकाव्य का पाठ किसी के आत्मिक विकास में मदद कर सकता है?

5. क्या ‘शिव तांडव लिरिक्स'(Shiv Tandav Lyrics) का अर्थ सभी को समझ में आ सकता है

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Bibek Sahani